सांवलियाजी मेले में प्रभु दर्शन को बेताब मेलार्थी


मण्डफिया, २३ जुलाई (प्रासं)। राजस्थान के प्रमुख तीर्थस्थल भगवान श्री सांवलियाजी का दो दिवसीय हरियाली अमावस्या का मेला सम्पन्न हुआ। इस मौके पर हजारों भक्तों ने गुरूवार प्रात: मंगला आरती के दर्शन किए। इस बार सूर्यग्रहण होने से बुधवार सवेरे पौने नौ बजे सांवरिया सेठ के दर्शन खुले। अमावस्या रात्रि को ब्रह्मभोज शुरू हुआ, देर रात्रि तक यह सिलसिला जारी था। इस बार दिन भर भारी वर्षा में भीगते हुए भी हजारों लोगों ने भगवान के दर्शन किए। रात्रि विभिन्न धर्मशालाओं में अनेक राजस्थानी खेल, भजन कीर्तन के कार्यक्रम रात भर जारी रहे। इस अमावस्या पर लगभग ५० हजार लोगों ने भगवान के दर्शन किए। मंदिर की ओर से यात्रियों की सुविधा के लिए पर्याप्त व्यवस्था की गई। प्रशासनिक अधिकारी भगवानलाल चतुर्वेदी, सहायक लेखाकार किशनलाल शर्र्मां,पुलिस उपअधीक्षक, थाने के एसएचओ मिठुलाल मेघवाल पूरे दिन जाप्ते के साथ उपस्थित थे।

पदयात्रा को झण्डा देकर किया रवाना

Tuesday 14 Jul, 2009 05:47 AM सवाई माधोपुर
श्री बैरवा ने सोमवार को खण्डार तहसील के गांव बहरावडा खुर्द में सांवलिया सेठ जाने वाली 10 वीं पदयात्रा को झण्डा देकर रवाना किया। पदयात्रा में जाने वाले पदयात्रियों को सकुशल सांवलिया सेठ पहुंचने की कामना की।

सांवलिया सेठ के मन्दिर में श्रद्धालुओं की भारी

निम्बाहेडा।निम्बाहेडा में रविवार को सांवलियाजी तक की पदयात्रा में दस हजार धर्मालु व विश्व कल्याण की प्रार्थना करने वालों ने भाग लिया।शनिवार अर्द्ध रात्रि के बाद व रविवार तडके तक नगर के विभिन्न चौराहों पर पदयात्रियों की रेलमपेल देखी गई। अम्बामाता सेवा समिति के अध्यक्ष चैन सिंह चौहान ने बताया कि 35 किलोमीटर पैदल मार्ग पर 12 स्थलों पर जलपान की व्यवस्था की गई।

चौहान ने बताया कि प्रात: 9.30 बजे तक साढे आठ हजार पदयात्रियों का पंजीकरण किया जा चुका था। बडी तादाद मेंपदयात्रियों के आने का क्रम जारी था। पैदल यात्री संघ के संयोजक विजय प्रकाश शारदा, अम्बामाता सेवा समिति के सचिव महावीर सेन, कोषाध्यक्ष सुरेश कालिया ने बताया कि पैदल यात्रियों के लिए प्रसादी की व्यवस्था भी की गई।

मण्डफिया। सांवलिया सेठ के मन्दिर में रविवार को दूसरे दिन भी श्रद्धालुओं की भारी भीड रही। निम्बाहेडा से अम्बामाता सेवा समिति पदयात्री दल के सदस्यों ने भी भगवान सांवलिया सेठ के दर्शन किए। रविवार के कारण मन्दिर में श्रद्धालुओं की संख्या आम दिन से कई गुना ज्यादा थी। इस बीच अम्बामाता सेवा समिति निम्बाहेडा के पैदल श्रद्धालुओं के हजारो की संख्या में यहां पहुंचने से संख्या में भारी बढोतरी हुई। श्रद्धालुओं की कत्तारे जो प्रात: से शुरू हुई वह सायं तक नहीं रूक पाई। दर्शन की अव्यवस्था का आलम दूसरे दिन भी जारी रहा। मन्दिर में वी.आई.पी.दर्शन के नाम पर कतिपय लोगो को बिना कतार दर्शन कराने से यह अव्यवस्था और अधिक बढी।

नहीं मिले बिस्तर व जगह: अमावस्या की रात श्रद्धालुओं को जाडे में सिर छिपाने के लिए पर्याप्त जगह नहीं मिल पाई और लोग खुले आसमान तले सोने पर मजबूर हुए। ओढने बिछाने के लिए बिस्तर तक उपलब्ध नहीं हो पाने के कारण कई श्रद्धालुओं को नई कम्बलें खरीदनी पडी। मन्दिर की सभी धर्मशालाऎं व कस्बे के निजी गेस्ट हाऊस भर चुके थे।

प्रसाद की रिकार्ड बिक्री: सांवलियाजी मन्दिर के बालभोग प्रसाद की एक दिन में ही डेढ लाख की बिक्री का नया रिकार्ड कायम हुआ है। यह बिक्री शनि अमावस्या के अवसर पर हुई।

जान जोखिम में....


पी.डी.एफ़ छापें ई-मेल
चितौड़गढ़, ३१ जुलाई (प्रासं) । सावन मास के इन दिनों में हाडौती एवं कोटा से बड़ी संख्या में लोगों के उमड़ने के बीच निजी बस चालको द्वारा लोगों को छतों पर भी यात्रा करवा उनकी जान जोखिम में डाली जा रही हैं ।
कोटा एवं हाडौती से इन दिनों चितौड़गढ़ जिले के सांवलिया जी में स्थित सांवलिया जी के दर्शन करने के लिए प्रतिदिन बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं । इनमें से बड़ी संख्या में श्रृद्धालु रेल से यहॉ पहंुच रहे हैं, जिनकी सुविधा के लिए रेल्वे स्टेशन के बाहर रोडवेज ने तो किसी तरह की व्यवस्था नहीं की हैं, लेकिन निजी बस मालिकों ने अपने अन्य रूटो पर चलने वाली बसों को भी सांवलिया जी तक के लिए लगा दिया हैं ।
रेल्वे स्टेशन के बाहर से इन दिनों निजी बसो में बड़ी संख्या में लोगो को ठंूस ठूंस कर भर कर सांवलिया जी ले जाया जा रहा हैं । यहीं नहीं यात्रियों को छतों पर भी बिठा कर ले जाया जा रहा है, एवं उनकी जान जोखिम में डाली जा रही है, लेकिन इसके बावजूद इन बस चालको के खिलाफ न तो पुलिस प्रशासन द्वारा कार्यवाही की जा रही है और न ही परिवहन विभाग द्वारा कदम उठाए जाने से निजी बसो में ऊपर नीचे यात्रियों को भर कर सांवलिया जी ले जाया जा रहा हैं ।
इन दिनों सांवलिया जी के लिए बड़ी संख्या में लोगों के आने के बावजूद रोड़वेज द्वारा अधिक बसो को नहीं लगाना भी आश्चर्य का विषय हैं । रोड़वेज अधिकारियों के अनुसार, शुक्रवार को सांवलिया जी के लिए ५-६ बसो की व्यवस्था की गई थी । रोड़वेज के पास अधिक बसे नहीं होने की वजह से अधिक बसो को लगाना सम्भव नहीं हो पा रहा है ।

sanwalia sirtaj

सांवलिया सिरताज

सांवलियाजी मन्दिर में होगा कडा पहरा


चित्तौडगढ । देश के प्रमुख धार्मिक स्थल श्री सांवलिया सेठ मंदिर की सुरक्षा का घेरा और कडा जाएगा। सुरक्षा प्रहरियों को अत्याधुनिक हथियारों से लैस कर संदिग्ध लोगों पर कडी नजर रखी जाएगी।

देश में हाल ही विभिन्न हिस्सों में हुए आतंकी हमले से मण्डफिया स्थित श्री सांवलिया सेठ मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था को जिला प्रशासन की चिंता बढ गई है। मंदिर को हर संभावित खतरे से बचाने के लिए प्रशासन ने सुरक्षा व्यस्था को और कडा करने का निर्णय किया है। इसके तहत विशेष सुरक्षा योजना बनाई गई है। योजना के तहत मंदिर क्षेत्र में अत्याधुनिक हथियारों से लैस सुरक्षा प्रहरियों की नियुक्ति की जाएगी।

मंदिर क्षेत्र के चहुंओर से चौकसी रखी जाएगी। मंदिर क्षेत्र में श्रद्धालुओं का ठहराव लम्बे समय तक नहीं होने दिया जाएगा, सुरक्षाकर्मियों की संख्या और बढाई जाएंगी। इसी प्रकार प्रशासन ने संदिग्ध लोगों पर कडी नजर रखने और नियमित तलाशी अभियान चलाए रखने का भी प्रस्ताव लिया है।

चढावे ने बढाई चिंता

सालाना बारह करोड का चढावा मिलने से भी पुलिस प्रशासन सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चिंतित है। मंदिर में प्रत्येक माह चढावे की राशि की गिनती होती है। बढती चढावा राशि ने अब सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस प्रशासन की चिंता बढा दी हैं। चढावा राशि की गिनती अब गोपनीय रूप से कैमरे के सामने ही कराई जा रही है।

विशेष योजना पर जल्द अमल

मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर विशेष योजना बनाई जा रही है। जिला कलक्टर डॉ.समित शर्मा व पुलिस अधीक्षक महेश गोयल की स्वीकृति पर योजना को जल्द अमल में लाया जाएगा।- सुरेन्द्र माहेश्वरी, मुख्य निष्पादन अधिकारी एवं अतिरिक्त जिला कलक्टर।

उमडा श्रद्धा का सैलाब

Chittorgarh


मण्डफिया। जिले के आली गांव स्थित प्रख्यात शनि महाराज मन्दिर में रविवार को शनि जयंती के अवसर पर श्रद्धालुओं की भारी भीड उमड पडी।शनि जयन्ती व अमावस्या का योग मिल जाने से श्रद्धालुओं की भारी भीड रही। प्रात: से ही श्रद्धालु शनिमहाराज पहुंचे। श्रद्धालुओं ने भगवान शनि की प्रतिमा पर तेल व उडद का चढावा चढाया तथा पण्डितों के माध्यम से भगवान शनि के अभिषेक कराए। इसके साथ ही कई श्रद्धालुओं ने जूते मन्दिर के सामने छोडकर पनोती उतारी।शनि मन्दिर स्थित नौ ग्रह देवताओं के मन्दिर में भी पूजा-अर्चना की। कई श्रद्धालुओं ने चूरमा-बाटी की प्रसादी की।

कार्यकारिणी भंग
शनि महाराज मन्दिर प्रबंधकारिणी कमेटी शनिवार को भंग कर दी गई। अब कमेटी के चुनाव 2 जून को होंगे। शनि महाराज प्रबंध कार्यकारिणी कमेटी का पांच वर्ष का कार्यकाल 5 जून को पूरा हो रहा है। नए चुनाव के लिए शनिवार को प्रबंध कार्यकारिणी कमेटी की आखिरी बैठक आयोजित हुई। इस बैठक में वर्तमान कार्यकारिणी व साधारण सभा को भंग कर दिया है। अब नए चुनाव 2 जून को होंगे। यह जानकारी ट्रस्ट के वर्तमान अध्यक्ष नरेन्द्रपाल सिंह कांस्या ने दी।

सांवलियाजी में देर रात तक कतारें
कृष्णधाम भगवान सांवलिया सेठ के मन्दिर में मासिक मेले में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड पडा। रविवार तडके शुरू हुई श्रद्धालुओं की कतारें देर रात तक थम नहीं पाई। प्रात: 5 बजे मंगला आरती से दर्शनार्थियों की भीड उमड पडी। भगवान को सुगंधित इत्र का छिडकाव व फूलों का आकर्षक श्ृंगार कराया। ज्यों-ज्यों दिन चढता गया त्यों-त्यों श्रद्धालुओं की भीड बढती गई। राजभोग आरती से पूर्व प्रात: 10 बजे कतार मीरां सर्कल तक पहुंच गई। श्रद्धालु तेज धूप व उमस की परवाह किए बगैर अपनी दर्शन की बारी की प्रतीक्षा करते देखे गए। मन्दिर को जोडने वाली फोरलेन सडक पर तील धरने तक की जगह दिखाई नहीं दे रही थी। सीतामाता मेले से दर्शन करके लौट कर आने वाले अधिकांश श्रद्धालु सांवलियाजी आए। शाम को देवकी सदन धर्मशाला में भण्डारे की प्रसादी में हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया।

पार्किग व्यवस्था चरमराई
रविवार को दर्शन व्यवस्था से लेकर पार्किग व्यवस्था चरमरा गई, जबकि मन्दिर परिसर में श्रद्धालुओं के लिए छांव का प्रबंध नहीं किए जाने से श्रद्धालु खुले मे खडे रहे। सांवलियाजी मन्दिर मण्डल के पास लगभग चार सौ कर्मचारी है इनमें से सौ के लगभग सुरक्षाकर्मी होने के बावजूद भी 20-30 हजार श्रद्धालुओं के दर्शन एवं इनके वाहनों की पार्किग की सुचारू व्यवस्था कराने में असमर्थ रहे।

मन्दिर की यशोदा विहार धर्मशाला के सामने दुपहियां वाहनों की कतारे लग जानें व मन्दिर की कुई के पास अतिक्रमण हो जाने से रविवार को कई बार आवागमन बाधित रहा। लगभग 3 घंटे तक अव्यवस्था का आलम बना रहा। बाद में 10 बजे पुलिस चौकी के पुलिस कर्मियों ने यातायात को नियंत्रित किया।इधर, मीरां सर्कल पर निजी बस चालकों द्वारा अवैध बस स्टैण्ड कायम करने से वहां भी कई बार आवागमन अवरूद्ध हुआ। श्रद्धालुओं के लिए दो के बजाए एक ही कतार किए जाने से बहुत लम्बी लाइन लग गई। इससे धक्का-मुक्की भी हुई।

दस हजार पदयात्री सांवलियाजी रवाना

Chittorgarh
निम्बाहेडा।निम्बाहेडा में रविवार को सांवलियाजी तक की पदयात्रा में दस हजार धर्मालु व विश्व कल्याण की प्रार्थना करने वालों ने भाग लिया।शनिवार अर्द्ध रात्रि के बाद व रविवार तडके तक नगर के विभिन्न चौराहों पर पदयात्रियों की रेलमपेल देखी गई। अम्बामाता सेवा समिति के अध्यक्ष चैन सिंह चौहान ने बताया कि 35 किलोमीटर पैदल मार्ग पर 12 स्थलों पर जलपान की व्यवस्था की गई।

चौहान ने बताया कि प्रात: 9.30 बजे तक साढे आठ हजार पदयात्रियों का पंजीकरण किया जा चुका था। बडी तादाद मेंपदयात्रियों के आने का क्रम जारी था। पैदल यात्री संघ के संयोजक विजय प्रकाश शारदा, अम्बामाता सेवा समिति के सचिव महावीर सेन, कोषाध्यक्ष सुरेश कालिया ने बताया कि पैदल यात्रियों के लिए प्रसादी की व्यवस्था भी की गई।

मण्डफिया। सांवलिया सेठ के मन्दिर में रविवार को दूसरे दिन भी श्रद्धालुओं की भारी भीड रही। निम्बाहेडा से अम्बामाता सेवा समिति पदयात्री दल के सदस्यों ने भी भगवान सांवलिया सेठ के दर्शन किए। रविवार के कारण मन्दिर में श्रद्धालुओं की संख्या आम दिन से कई गुना ज्यादा थी। इस बीच अम्बामाता सेवा समिति निम्बाहेडा के पैदल श्रद्धालुओं के हजारो की संख्या में यहां पहुंचने से संख्या में भारी बढोतरी हुई। श्रद्धालुओं की कत्तारे जो प्रात: से शुरू हुई वह सायं तक नहीं रूक पाई। दर्शन की अव्यवस्था का आलम दूसरे दिन भी जारी रहा। मन्दिर में वी.आई.पी.दर्शन के नाम पर कतिपय लोगो को बिना कतार दर्शन कराने से यह अव्यवस्था और अधिक बढी।

नहीं मिले बिस्तर व जगह: अमावस्या की रात श्रद्धालुओं को जाडे में सिर छिपाने के लिए पर्याप्त जगह नहीं मिल पाई और लोग खुले आसमान तले सोने पर मजबूर हुए। ओढने बिछाने के लिए बिस्तर तक उपलब्ध नहीं हो पाने के कारण कई श्रद्धालुओं को नई कम्बलें खरीदनी पडी। मन्दिर की सभी धर्मशालाऎं व कस्बे के निजी गेस्ट हाऊस भर चुके थे।

प्रसाद की रिकार्ड बिक्री: सांवलियाजी मन्दिर के बालभोग प्रसाद की एक दिन में ही डेढ लाख की बिक्री का नया रिकार्ड कायम हुआ है। यह बिक्री शनि अमावस्या के अवसर पर हुई।

गुरू पूर्णिमा की तैयारियां शुरू





उदयपुर, ५ जुलाई (प्रासं)। मंगलवार को गुरू पूर्णिमा पर्व को लेकर अंचल में विभिन्न स्थानों पर महोत्सव की तैयारी की जा रही है। गुरू पूर्णिमा पर विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान सम्पन्न होंगे। शिष्य अपने गुरूओं के सम्मान में उनका अभिनंदन करेंगे।
कपासन : श्री सांवलिया धाम आश्रम मुंगाणा में गुरू पूर्णिमा महोत्सव कार्यक्रम की तैयारियां युद्धस्तर पर प्रारंभ हो गई है। सोमवार को गणपति स्थापना व रामचरित मानस का पाठ होगा तथा रात्रि में गुरू महिमा पर आधारित भजन संध्या होगी। मंगलवार को गुरू पूर्णिमा महोत्सव मनाया जाएगा।
श्री सांवलिया धाम आश्रम में मंगलवार को गुरूपूर्णिमा महोत्सव में आने वाले शिष्यों के लिए आश्रम की ओर से महाप्रसादी होगी। हलवाई रतनलाल सुखवाल (पोटला) एवं नंदकिशोर विजयवर्गीय (कपासन) के निर्देशन में करीब ५० कारीगरों के दल ने महाप्रसादी की तैयारियां रविवार को प्रारंभ कर दी है।

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