सांवलिया सेठ के मन्दिर में श्रद्धालुओं की भारी

निम्बाहेडा।निम्बाहेडा में रविवार को सांवलियाजी तक की पदयात्रा में दस हजार धर्मालु व विश्व कल्याण की प्रार्थना करने वालों ने भाग लिया।शनिवार अर्द्ध रात्रि के बाद व रविवार तडके तक नगर के विभिन्न चौराहों पर पदयात्रियों की रेलमपेल देखी गई। अम्बामाता सेवा समिति के अध्यक्ष चैन सिंह चौहान ने बताया कि 35 किलोमीटर पैदल मार्ग पर 12 स्थलों पर जलपान की व्यवस्था की गई।

चौहान ने बताया कि प्रात: 9.30 बजे तक साढे आठ हजार पदयात्रियों का पंजीकरण किया जा चुका था। बडी तादाद मेंपदयात्रियों के आने का क्रम जारी था। पैदल यात्री संघ के संयोजक विजय प्रकाश शारदा, अम्बामाता सेवा समिति के सचिव महावीर सेन, कोषाध्यक्ष सुरेश कालिया ने बताया कि पैदल यात्रियों के लिए प्रसादी की व्यवस्था भी की गई।

मण्डफिया। सांवलिया सेठ के मन्दिर में रविवार को दूसरे दिन भी श्रद्धालुओं की भारी भीड रही। निम्बाहेडा से अम्बामाता सेवा समिति पदयात्री दल के सदस्यों ने भी भगवान सांवलिया सेठ के दर्शन किए। रविवार के कारण मन्दिर में श्रद्धालुओं की संख्या आम दिन से कई गुना ज्यादा थी। इस बीच अम्बामाता सेवा समिति निम्बाहेडा के पैदल श्रद्धालुओं के हजारो की संख्या में यहां पहुंचने से संख्या में भारी बढोतरी हुई। श्रद्धालुओं की कत्तारे जो प्रात: से शुरू हुई वह सायं तक नहीं रूक पाई। दर्शन की अव्यवस्था का आलम दूसरे दिन भी जारी रहा। मन्दिर में वी.आई.पी.दर्शन के नाम पर कतिपय लोगो को बिना कतार दर्शन कराने से यह अव्यवस्था और अधिक बढी।

नहीं मिले बिस्तर व जगह: अमावस्या की रात श्रद्धालुओं को जाडे में सिर छिपाने के लिए पर्याप्त जगह नहीं मिल पाई और लोग खुले आसमान तले सोने पर मजबूर हुए। ओढने बिछाने के लिए बिस्तर तक उपलब्ध नहीं हो पाने के कारण कई श्रद्धालुओं को नई कम्बलें खरीदनी पडी। मन्दिर की सभी धर्मशालाऎं व कस्बे के निजी गेस्ट हाऊस भर चुके थे।

प्रसाद की रिकार्ड बिक्री: सांवलियाजी मन्दिर के बालभोग प्रसाद की एक दिन में ही डेढ लाख की बिक्री का नया रिकार्ड कायम हुआ है। यह बिक्री शनि अमावस्या के अवसर पर हुई।

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