भक्तिरस में डूबे रात भर

02 सितम्बर 2009, 22:56 hrs IST
मण्डफिया। 'कभी राम बनके, कभी श्याम बनके चले आना' भजन सहित अन्य भजनों की पार्श्व गायिकासोनू व नेहा कक्कड ने श्री सांवलियाजी के जलझूलनी एकादशी मेले के मुख्य मंच पर सोमवार रात प्रस्तुत कर लोगों को भक्ति रस में डूबोए रखा। भजन संध्या मे अभिजीत घोंसले ने भी गीत प्रस्तुत किए। रेफरल अस्पताल के मंच पर हजारों श्रोताओं की मौजूदगी में रात 10 बजे भगवान सांवलिया सेठ की स्तुति के बाद भजन संध्या शुरू हुई। भजनों के साथ अभिजीत घोंसले ने 'तेरी आंखे भुल भुलईयां', आदि फिल्मी गीत प्रस्तुत किए।

भजन संध्या में नेहा व सोनू कक्कड के 'कभी राम बन के, कभी श्याम बनके' व 'जय हो पवन कुमार' नामक भजनों पर श्रोता जमकर नाचे। महेश मोहन द्वारा प्रस्तुत गीत 'बचना ए हसीनों ' व 'सांवरिया से मिलने का ' गीत व भजन प्रस्तुत किए। भजन संध्या के दौरान कलाकार मयूर ने चुटकुले सुना कर श्रोताओं को हंसा कर लौट पोट कर दिया।

ऎश्वर्या ने 'मेरा मन है नशीला', राकेश व रोमी ने 'दिवाना राधे का' व 'अरे-रे मेरी जान है राधा' नामक भजन व गाने प्रस्तुत किए। पार्श्व गायिका सोनु कक्कड ने 'बाबूजी जरा धीरे चलो' नामक गीत में सहयोगी कलाकारों के साथ नृत्य पेश किया।

भजन संध्या में मुख्य अतिथि बेगूं विधायक राजेन्द्रसिंह बिधूडी ने कहा कि भगवान सांवलिया सेठ के प्रति प्रगाढ आस्था रखने वाले श्रद्धालुओं का कार्य सिद्ध होता है। इसीलिए लाखों श्रद्धालु यहां पहुंचते है। बिधूडी ने मेले में भाग लेने आए श्रद्धालुओं व कलाकारों का स्वागत किया। समारोह अध्यक्ष विधायक शंकरलाल बैरवा ने श्रद्धालुओं का अभिवादन किया। मन्दिर मण्डल अध्यक्ष कन्हैयादास वैष्णव व मुख्य निष्पादन अधिकारी सुरेन्द्र माहेश्वरी ने अतिथियों का स्वागत किया।

सांस्कृतिक कार्यक्रम
जलझूलनी एकादशी मेले में गोवर्धन बस स्टैण्ड मंच पर रात्रि 9 बजे फाल्गुनी ब्रह्मभट्ट दल ने व रात्रि 1 बजे न्यू राजस्थानी आर्केस्ट्रा पार्टी ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया। मन्दिर परिसर के मंच पर राजेश वारले व रात्रि एक बजे अल्फा म्यूजिकल ग्रुप नीमच ने रात भर सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए।

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