देवझूलनी एकादशी मेले के दूसरे दिन सोमवार को भगवान की विशाल रथयात्रा निकाली गई। दोपहर १२ बजे मंदिर प्रांगण से प्रारंभ हुई रथयात्रा में रजतजडि़त रथ में सांवलिया सेठ की छवि विराजित कर मंदिर बोर्ड चेयरमेन कन्हैयालाल वैष्णव, अतिरिक्त कलेक्टर (प्रशासन) सुरेन्द्र माहेश्वरी, सरपंच हजारीदास वैष्णव, बोर्ड सदस्य सत्यनारायण शर्मा ने विधिवत पूजा-अर्चना कर भगवान सांवलिया सेठ की अगवानी की। इस मौके पर अपार जनसमूह उमड़ पड़ा। इस बीच 'हाथी-घोड़ा पालकी जय कन्हैयालाल की' जयघोष से समूचा वातावरण कृष्ण भक्ति में ओतप्रोत हो गया। रथयात्रा में सजे-धजे ऊं ट, घोड़ा, हाथी एवं ऊं टों पर नगाड़े बजाते हुए और ढोलक की थाप पर भक्तों का नृत्य वातावरण को आनंदमयी बना रहा था। इधर विभिन्न बैण्ड पार्टियों द्वारा भक्तिमय धुनें रथयात्रा की अलग ही शोभा बढ़ा रहे थे।
रथयात्रा काफी देर मंदिर प्रांगण ही रूकी रही। यहां से रथयात्रा करीब चार बजे विभिन्न मार्गों से गुजरते हुए सरोवर पहुंची। इस बीच गली-मोहल्ले में ग्रामवासियों ने रथयात्रा का जगह-जगह फूल-मालाओं से स्वागत किया। रथयात्रा में मण्डफिया कस्बे के राधाकृष्ण, चारभुजा मंदिर सहित सभी मंदिरों के बेवाण भी रथयात्रा में साथ चल रहे थे। इसके बाद सरोवर में भगवान की रथयात्रा का पड़ाव हुआ। यहां भगवान के छविग्रह को स्नान करा पूजा-अर्चना की गई। पूजा-अर्चना के बाद रथयात्रा पुन: विभिन्न मागों से गुजरती हुई मंदिर प्रांगण पहुंची। यहां आतिशबाजी की गई। इससे पूर्व रथयात्रा में रंगबिरंगी गुलाल-अबीर और गुलाब की पंखुडिय़ों की वर्षा से समूचा वातावरण मनमोहक हो उठा। इस मौके पर हजारों श्रद्धालुओं ने भी गुलाल की बौछार से होली खेली। इस मौके का दृश्य बड़ा ही मनोरम लग रहा था जैसे ब्रज में भक्त भगवान संग फाग खेल रहे है।
सांवलियाजी धर्मशालाओं, निजी गेस्ट हाउसों, स्कूलों एवं मार्गों में यात्रियों की रेलमपेल होने से लोगों का इधर-उधर गुजरना भी मुश्किल हो रहा था। चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात था। इस दौरान रतनलाल गाडरी, पोखरलाल जाट, किशनलाल अहीर, मंदिर के प्रशासनिक अधिकारी भगवानलाल चतुर्वेदी, डी.सी. व्यास, किशनलाल शर्मा, भवानीशंकर तिवारी, नंदकिशोर टेलर, हीरालाल गुर्जर, चतरसिंह सोलंकी, गौतम जैन, गांव के वरिष्ठ नागरिक इंद्रमल तिवारी, मदनलाल तिवारी, कालूलाल गुर्जर, मन्नालाल शर्मा, भेरूलाल गुर्जर, लक्ष्मीलाल शर्मा, नारायणलाल भडाना सहित कई नागरिक भगवान की सेवा में लगे रहे।
एकादशी पर्व होने से आसपास के गांवों के लोगों का भी सैलाब उमड़ पड़ा। इस अवसर पर रात्रि में रामलीला, आर्केस्ट्रा कार्यक्रम, न्यू राजस्थानी आर्केस्ट्रा, भजन संध्या एवं विभिन रंगारंग कार्यक्रम भी हुए। मंगलवार को मेले का समापन होगा। मंदिर चेयरमेन कन्हैयालाल वैष्णव ने बताया कि समापन के मौके पर विकलांगों को नि:शुल्क ट्राईसाइकिल वितरण मंदिर प्रांगण मंच पर होगा। सांस्कृतिक कार्यक्रम ट्विंकल एवं डायनोमिक इवेंट इंदौर द्वारा होगा। साथ ही राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय मंच पर रामलीला का आयोजन होगा।
इधर भगवान श्री सांवलियाजी के त्रिदिवसीय मेले के प्रथम दिन रात्रि १०.३० बजे महिला आयोग की राष्ट्रीय अध्यक्षा एवं सांसद डा. गिरिजा व्यास ने यहां रेफरल चिकित्सालय मंच पर मेले का उद्घाटन किया। इस अवसर पर विधायक शंकरलाल बैरवा भी मौजूद थे। उनका मंदिर चेयरमेन कन्हैयालाल वैष्णव एवं अतिरिक्त कलेक्टर सुरेंद्र माहेश्वरी ने मंदिर परंपरा के अनुसार स्वागत किया।
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