भादवा में फागुन के रंग



मण्डफिया। मण्डफिया स्थित प्रख्यात कृष्णधाम भगवान सांवलिया सेठ के जलझूलनी एकादशी मेले की शुरूआत रविवार को शोभायात्रा के साथ हुई। भक्तों ने भगवान के संग फाग खेली और गुलाल उडी तो महौल फाल्गुनी और भक्तिमय हो गया।
chittorgarh

भगवान के दोपहर शयन के बाद मुख्य मंदिर के कपाट खुलने के साथ पुजारी जानकीदास व रामदास वैष्णव ने भगवान कृष्ण के बाल स्वरूप को मुख्य पुजारी केशवदास के सान्निध्य में सिंहासन पर बिराजमान कराया व प्रभु को गुलाब व गंगा जल से स्नान कराने के बाद इत्र का छिडकाव किया। अपराह्न 3 बजे मंदिर के पुजारी व श्रद्धालु भगवान के बाल स्वरूप को ज्योहीं बाहर लाए, सांवलिया सेठ के जयकारे गूंज उठे।

मन्दिर के काष्ट बैवाण मे भगवान सांवलिया सेठ की विशाल छवि के साथ इस सिंहासन को बिराजमान कराया गया। बाल स्वरूप भगवान की छवि की अगवानी मन्दिर मण्डल के पूर्व अध्यक्ष मन्नालाल शर्मा, सरपंच जानकीदास, मनोहर जैन व हजारो श्रद्धालुओं ने की। शोभायात्रा 4 बजे मन्दिर चौक से आरम्भ हुई।

इस शोभायात्रा में विजय के प्रतीक के रूप में आठ निशान चल रहे थे। इनके पीछे शिक्षण संस्थाओं की झांकियां थी। शोभायात्रा में सजे-धजे दो ऊंट भी थे। शोभायात्रा रात 8 बजे पुन: मन्दिर चौक में पहुंच सम्पन्न हुई।

सांस्कृतिक कार्यक्रम
सोमवार को गोवर्धन बस स्टैण्ड परिसर मंच पर रात्रि 9 बजे फाल्गुनी ब्रrाभट्ट व इसी मंच पर रात्रि 1 बजे राजस्थान आर्केस्ट्रा द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम, मन्दिर के सामने मंच पर राजेश वारले म्यूजिकल ग्रुप व रात्रि 1 बजे अल्फा म्यूजिकल ग्रुप द्वारा सांस्ंकृतिक कार्यक्रम, रेफरल चिकित्सालय मंच पर रात्रि 9 बजे नेहा कक्कड,सोनू कक्कड व अभिजीत द्वारा भजन प्रस्तुति होगी

आज निकलेगी रथयात्रा
सोमवार को धार्मिक आयोजनों में रथ यात्रा प्रमुख आकर्षण का केन्द्र होगी। इस मुख्य दिवस पर भगवान सांवलिया सेठ के मन्दिर में राजभोग आरती के पश्चात दोपहर 12 बजे रथ यात्रा आरम्भ होगी। रथयात्रा शाम 4 बजे सांवलिया घाट पर पहुंचेगी। यहां भगवान के साथ हजारों भक्त जल में डुबकी लगाएंगे। रात 8 बजे मंदिर में आतिशबाजी होगी।

बैण्ड की धुन पर थिरके भक्त
शोभायात्रा में नीमच के सुभाष बैण्ड, कानोड व मण्डफिया का सांवलिया बैण्ड व काल्याखेडी गांव का श्याम सुन्दर बैण्ड भगवान के भक्ति गीतों की फिल्मी धूनों पर तैयार किए गए भजनों की स्वर लहरियां बिखेरते चल रहे थे। श्रद्धालु गीतों पर भक्ति मे मगन होकर नाच रहे थे। इधर, करतब दिखाते चल रहे 6 अश्व शोभायात्रा में शोभा बढा रहे थेे। भगवान सांवलियाजी की शोभायात्रा पर पुलिस की चौकस निगाहे थी। साथ ही मुख्य निष्पादन अधिकारी सुरेन्द्र माहेश्वरी, मन्दिर मण्डल अध्यक्ष कन्हैयादास, मेला मजिस्टे्रट कमलेश आबूसारिया, सहायक मजिस्ट्रेट मांगीलाल रैगर भी हर स्थिति पर नजर रखे थे। शोभायात्रा में शिक्षण संस्थाओं की झांकिया प्रमुख आकर्षण का केन्द्र रही। सांवलिया आदर्श विद्यालय की राम-लखन जानकी, बालिका माध्यमिक विद्यालय की श्रवण कुमार, सांवलिया शिक्षण संस्थान की चीर हरण नामक झांकियां प्रमुख आकर्षण का केन्द्र रही।

जलझूलनी एकादशी मेले की रंगत बढ़ी



मण्डफिया, ३० अग. (प्रास.) राजस्थान के प्रमुख तीर्थ स्थल भगवान श्री सांवलियाजी सेठ का त्रिदिवसीय जलझूलनी एकादशी का विशाल मेला रविवार को शोभायात्रा के साथ प्रारम्भ हुआ सांवलियाजी मन्दिर प्रांगण में दोपहर दो बजे भगवान सांवलिया सेठ की मनोहारी छवि को बैवाण यात्रा में विराजित किया इस दौरान शोभायात्रा को मन्दिर चेयरमेन कन्हैयालाल वैष्णव, अतिरिक्त कलेक्टर सुरेन्द्र माहेश्वरी एवं मण्डफिया सरपंच हजारीदास वैष्णव ने पूजा-अर्चना कर रवाना किया शोभायात्रा में भक्तजन चँवर ढुलाते, भजन कीर्तन करते, गीत गाते हुए चल रहे थे इससे पूर्व शोभायात्रा के मन्दिर प्रांगण से प्रारम्भ होते ही समुचा वातावरण सांवलिया सेठ के जयकारे से गूंज उठा शोभायात्रा में गुलाब-अबीर और गुलाब की पंखुडिय़ों की वर्षा से पूरा वातावरण कृष्णमयी हो गया शोभायात्रा में बैवाण के आगे भक्तों का नाचना एवं भक्तों के आगे विभिन्न बैण्ड पार्टियों का बजना और ढोलक की थाप पर भक्तजनों का झूमते हुए चलना यह दृश्य बड़ा ही मनोरम लग रहा था इस अवसर पर बोर्ड सदस्य सत्यनारायण शर्मा, किशनलाल अहीर, मन्दिर के प्रशासनिक अधिकारी भगवानलाल चतुर्वेदी, मन्दिर के सहायक लेखाकार किशन लाल शर्मा, मन्दिर के केशियर नन्दकिशोर टेलर, कर्मचारी संघ के अध्यक्ष लेहरीलाल गाडरी, गोतम जैन, गांव के वरिष्ठ नागरिक इन्द्रमल तिवारी, मदनलाल तिवारी, मन्दिर के पूर्व खजांची भेरूलाल गुर्जर एवं पूर्व अध्यक्ष मन्नालाल शर्मा सहित कई नागरिक उपस्थित थे
शोभायात्रा मन्दिर प्रांगण से धीमी गति से चलते हुए विभिन्न मार्गों से गुजरती हुई पुन: मन्दिर प्रांगण पहुंची यहां फायर वक्र्स जयपुर द्वारा भव्य रंग-बिरंगी आतिशबाजी की गई इधर इस मौके पर मेले में बाहर से आए दुकानदारों एवं स्थानीय दुकानदारों ने विभिन्न स्टालें सजाकर मेलार्थियों से मनमाना पैसा वसूला माप तौल एवं खाद्य निरीक्षक के अभाव में व्यापारियों ने घटिया सामग्री भी कम तौल कर खूब पैसा बटोरा रात्रि में मन्दिर प्रांगण, गोवर्धन बस स्टेण्ड, रेफरल चिकित्सालय मंच पर विभिन्न सांस्कृतिक कार्यकक्र एवं रामलीला सम्पन्न हुई इस अवसर पर हजारों यात्रियों की रेलमपेल रही इससे पूर्व शोभायात्रा में मण्डफिया कस्बे के विभिन्न राजकीय एवं निजी स्कूलों के छात्र-छात्राओं द्वारा विभिन्न झांकियों का प्रदर्शन किया गया इस अवसर पर मण्डफिया कस्बे में विशाल द्वार बनाए गए पूरे कस्बे को विद्युत लाइटों से सजाया गया मन्दिर कर्मचारी एवं गांव के स्वयं सेवक विभिन्न व्यवस्थाओं में लगे हुए थे इधर कानून व्यवस्थाओ के तहत पुलिस के आला अफसर भी मय पुलिस बल के तैनात है। मन्दिर चेयरमेन कन्हैयालाल वैष्णव ने बताया कि सोमवार को मुख्य मेला आयोजित होगा जिसमें भगवान की विशाल रथ यात्रा निकलेगी रात्रि में रेफरल चिकित्सालय मंच पर पाश्र्व गायिका नेहा कक्कड़ एवं सोनु कक्कड़ अभिजित घोसले मुम्बई एवं डाइनेमिक इवेंट इन्दौर द्वारा रंगारंग एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया जायेगा

दुल्हन की तरह दमकेगा मण्डफिया


मण्डफिया । सांवलियाजी सेठ की ओर से आयोजित होने वाले जलझूलनी एकादशी मेले की तैयारियां जोर-शोर से चल रही है। मण्डफिया कस्बे को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है। इस मौके पर मंदिर बोर्ड चेयरमेन कन्हैयालाल वैष्णव एवं अतिरिक्त कलेक्टर (प्रशासन) एवं मंदिर के मुख्य निष्पादन अधिकारी सुरेन्द्र माहेश्वरी यहां उपस्थित रहकर विभिन्न व्यवस्थाओं के तहत कर्मचारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दे रहे है। सांवलियाजी मंदिर के प्रशासनिक अधिकारी भगवानलाल चतुर्वेदी ने बताया कि भगवान की शोभायात्रा एवं रथयात्रा के लिये मार्ग को ठीक किया जा रहा है। मण्डफिया कस्बे में साफ-सफाई युद्ध स्तर पर चल रही है। मेले में कानून व्यवस्था के तहत पुलिस का पुख्ता इंतजाम किया गया है एवं कई ग्रामवासी एवं मंदिर कर्मचारी स्वयंसेवक के रूप में भी अपने सेवायें देंगे। उन्होंने बताया कि सांवलियाजी मंदिर-धर्मशालाओं एवं मण्डफिया कस्बे को विद्युत चलित रंगबिरंगी लाईटों से सजाया गया।

भगवान को डेढ लाख की पोशाक



मण्डफिया। चित्तौडगढ जिले में भादसोडा चौराहे के निकट स्थित भगवप्राकट्य स्थल मन्दिर में एक श्रद्धालु ने स्वर्ण व हीरे से जडित रजत वागा (पौशाक) भेंट की है।


मन्दिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी राजेन्द्र सोमाणी ने बताया कि एक श्रद्धालु ने लगभग 77 ग्राम स्वर्ण तथा 1.500 किलो से ज्यादा चांदी व हीरे से जडित वागा भेंट किया। इस वागे के पहनाने के बाद प्रतिमा का आकर्षक शृंगार किया गया। इस वागे की कीमत करीब डेढ लाख रूपए है।

मेले की सभी तैयारियां अंतिम चरण में

जयपुर, जागरण संवाद केंद्र : मेवाड़ के प्रसिद्ध कृष्णधाम मंडफिया स्थित भगवान श्रीकृष्ण की भव्य पीठ श्रीसांवलिया सेठ का त्रि-दिवसीय जलझूलनी एकादशी मेला 30 अगस्त से एक सितंबर तक आयोजित किया जाएगा। मेले की सभी आवश्यक तैयारियां अंतिम चरण में हैं। श्रीसांवलियाजी मंदिर मंडल के अध्यक्ष कन्हैया दास वैष्णव ने बताया कि इस मेले में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के लिए हर प्रकार की सुविधा के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। यात्रियों की आवास व्यवस्था के लिए मंडफिया क्षेत्र के समस्त विद्यालयों, महाविद्यालय एवं धर्मशालाओं, विश्रान्ति गृहों में कमरों की व्यवस्था की गई है वहीं यात्रियों को शुद्घ पेयजल उपलब्ध कराने के लिए विभिन्न स्थानों पर प्याऊ लगाई जा रही है तथा मन्दिर मंडल की सभी धर्मशालाओं में पानी की टंकियों की सफाई करवाई गई है। उन्होंने बताया कि अक्षरधाम की तर्ज पर बनने वाले श्रीसांवलिया सेठ के भव्य एवं विशाल मन्दिर के साथ-साथ यहां प्रति वर्ष बढ़ रही मेलार्थियों की संख्या को देखते हुए मंदिर परिसर के विस्तार, धर्मशाला के निर्माण एवं पर्याप्त वाहन पार्किग स्थल के लिए और अधिक भूमि की आवश्यकता है, जिसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं।

मंदिर मंडल के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुरेंद्र माहेश्वरी ने बताया कि मेले की व्यवस्थाओं के लिए अधिकारियों की बैठक लेकर उन्हें आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान कर दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि मेलार्थियों के आवागमन के लिए राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम को चितौड़गढ़ एवं उदयपुर से मंडफिया के लिए नियमित बसों के अलावा लगभग 25 बसें अतिरिक्त लगाने के निर्देश दिए गए हैं। माहेश्वरी ने बताया कि मेले में मुख्य रूप से पार्किग व्यवस्था पर जोर दिया गया है, जिसमें निजी बसों, रोडवेज बसों एवं हल्के वाहनों के लिए अलग-अलग पार्किग व्यवस्था की गई है।

भगवान सांवलिया सेठ के दर्शनार्थ आने वाले यात्रियों की भारी संख्या के मद्देनजर मंदिर परिसर में बेरीकेडिंग व्यवस्था कर पंक्तिबद्ध दर्शन कराने की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि मेले के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पर्याप्त मात्रा में पुलिस बल एवं होम गार्ड के जवान तैनात किए जाएंगे।

जलझूलनी पर निकलेंगे बैवाण


उदयपुर, २९ अग. (कासं)। जलझूलनी एकादशी सोमवार को श्रद्धा से मनाई जाएगी। इस अवसर पर प्रभुको बैवाण में विराजमान कर गंगा स्थान हेतु सरोवर नदी किनारे ले जाया जाएगा । इस अवसर पर खासकर गांवों में विशेष माहौल रहेगा। इधर कई श्रद्धालु इन दिनों चारभुजा (गढ़बोर) के लिए रवाना हो रहे है।
रेलमगरा नगर से देवझूलनी एकादशी पर प्रभु के अलौकिक दर्शनों को पाने व अपनी मनकामनाओं को पूर्ण करने के लिए कई युवा, बुजुर्ग तथा महिलाओं के जत्थे रवाना हुए। ये जत्थे सोमवार को प्रभु श्री चारभुजा नाथ व सांवलिया सेठ के अलौकिक श्रंगार के दर्शनों का लाभ लेंगे।
मावली : जल झूलनी एकादशी पर क्षेत्र के फतहपुरा गांव में शिवदल मेवाड़ द्वारा कई आयोजन किए जाएंगे । अध्यक्ष कन्हैयालाल डांगी ने बताया कि सोमवार को नगर में चारभुजा जी की विशाल शोभायात्रा निकाली जाएगी। शाम को विशाल भजन संध्या आयोजित की जाएगी। जिसमें आवरी माता के तथा क्षेत्रीय कलाकारों द्वारा भजनों की प्रस्तुति दी जाएगी।
ऋषभदेव के निज मंदिरों से राम रेवाडियों की भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी। श्री केशरियाजी मंदिर प्रबंधक लालसिंह ने बताया कि वैष्णव नवयुवक मण्डल के तत्वावधान में निकलने वाली मंदिर की मुख्य राम रेवाड़ी के साथ श्री राममंदिर नाहरगढ़, सत्यनारायण मंदिर, लक्ष्मीनारायण मंदिर, ज्वाला माता मंदिर के साथ कई समाजों एवं संगठनों की रेवाडियां सम्मिलित होगी। मुख्य रेवाडी के देवविमान के साथ आदिवासी अंचल के ग्रामीण भजन कीर्तन संगीत, नृत्य, लोक भजन की प्रस्तुतियां देंगे।
इस अवसर पर क्षेत्र में कई स्थानों पर गरबों तथा मटकी फोड़ कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। शोभायात्रा सायं कृष्णघाट पहुंचेगी जहां कुंवारिका नदी क ेतट पर सभी देव विमानों की विशेष पूजा जलमा पूजा होगी। मुख्य आरती देवस्थान विभाग के प्रभारी अधिकारी गणपत सिंह राठौड़ द्वारा की जाएगी। शोभायात्रा पुन: नाचते गाते देर रात्रि केशरियाजी के निज मंदिर में प्रवेश करेगी।
आमेट : जलझूलनी एकादशी पर भगवान चारभुजानाथ के दरबार में जाने वाले पदयात्रियों के जत्थों की संख्या लगातार बढ़ रही है। भीलवाड़ा के कोट, बोराणा, रायपुर, चान्दरास, तथा चित्तौड़ जिले के ग्रामों से बड़ी संख्या में पदयात्रियों के जत्थे आमेट से होकर जा रहे है।

सांवलिया जी का भव्य जलझूलनी एकादशी मेला ३० से

मेले के प्रमुख कार्यक्रम
३० अग. : शोभायात्रा, कवि सम्मेलन, भजन संध्या
३१ अग. : भव्य रथ यात्रा, नेहा-सोनू कक्कड़, फाल्गुनी ब्रह्मभट्ट तथा राजस्थानी ऑर्केस्ट्रा का रंगारंग कार्यक्रम
१ सित. : विकलांगों को ट्राई साइकिल वितरण, डायनेमिक इवेंट द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम
मण्डफिया, २७ अग. (प्रासं)। राजस्थान के प्रमुख तीर्थ स्थल भगवान श्री सांवलियाजी सेठ का विशाल त्रिदिवसीय जलझूलनी एकादशी मेला आगामी ३० अगस्त०९ से एक सितम्बर तक आयोजित होगा।
अतिरिक्त कलेक्टर (प्रशासन) एवं मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुरेन्द्र माहेश्वरी ने मण्डफिया स्थित सांवलियाजी गोकुल विश्रांति ग्रह में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में पत्रकारों को बताया कि मेले में प्रतिदिन लाखों श्रद्धालु एवं भक्तजन भगवान श्री सांवलियाजी सेठ के दर्शनों का लाभ उठायेंगे। मेले में अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं धार्मिक कार्यक्रम दर्शकों के मनोरंजन हेतु प्रस्तुत किये जायेंगे।

 

 
अतिरिक्त कलेक्टर माहेश्वरी ने बताया कि मेले के प्रथम दिन ३० अगस्त को भगवान श्री सांवलियाजी सेठ की भव्य शोभायात्रा के साथ मेले का श्रीगणेश होगा। इसी दिन रात्रि में रंग-बिरंगी आतिशबाजी एवं रात्रि को रेफरल चिकित्सालय प्रांगण में अखिल भारतीय विराट कवि सम्मेलन आयोजित होगा जिसमें भारत के जाने माने कवि जानी वैरागी (धार), phool dor fastival (3) copyसुरेश बैरागी मंदशौर, श्वेता सरगम (दिल्ली), शालिनी सरगम(दिल्ली), अर्चना अंजुम (इन्दौर), पंडित नरेन्द्र मिश्र (चित्तौडग़ढ़), अशोक हंगामा (दिल्ली), गौरव शर्मा (मुम्बई), बलवन्तबलु (रिषभ देव), नरेन्द्र बंजारा द्वारा काव्य पाठ किया जायेगा। इसी दिन मंदिर के सामने मंच पर विनोद राठौड एण्ड पार्टी नीमच द्वारा भजन संध्या कार्यक्रम phool dor fastival (0) copyप्रस्तुत किया जायेगा। इसी दिन गोवर्धन बस स्टेण्ड मंच पर समृद्धि फिल्मस एवं टेलिविजन द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत होगा। माहेश्वरी ने phool dor fastival (1) copyबताया कि मुख्य मेला ३१ अगस्त एकादशी को आयोजित होगा जिसमें भगवान की भव्य रथ यात्रा निकलेगी। यह भव्य रथ यात्रा सरोवर पहुंचेगी जहां भगवान के विग्रह को स्नान एवं पूजा अर्चना के बाद रात्रि ८ बजे पुन: मंदिर प्रांगण पहुंचेगी। इसी दिन रात्रि ९ बजे रेफरल चिकित्सालय प्रांगण में पाश्र्व गायिका नेहा कक्कड़ एवं सोनू कक्कड़, अभिजीत घोषलों मुंबई द्वारा सांस्कृतिक रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किया जायेगा। गोवर्धन बस स्टेण्ड परिसर में फाल्गुनी ब्रहम भट्ट एवं दल मुम्बई द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं इसके पश्चात इसी मंच पर न्यू राजस्थानी आर्केस्ट्रा द्वारा रंगारंग कार्यक्रम पेश होगा। इसी दिन मंदिर के सामने मंच पर राजेश वारले म्यूजिकल ग्रुप द्वारा भजन संध्या कार्यक्रम एवं इसके पश्चात इसी मंच पर अल्का म्युजिकल ग्रुप नीमच द्वारा भजन संध्या कार्यक्रम आयोजित होगा। मेले का समापन एक सितम्बर को होगा जिसमें विकलांगों क ो नि:शुल्क ट्राईसाइकिल वितरण की जायेगी एवं मंदिर के सामने मंच पर ट्विंटल एवं डायनेमिक इंवेट इन्दौर द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया जायेगा । इस मौके पर सांवलियाजी मंदिर बोर्ड चेयर मेन कन्हैयालाल वैष्णव एवं प्रशासनिक अधिकारी भगवान लाल चतुर्वेदी भी उपस्थित थे। वैष्णव ने बताया कि मेले मे यात्रियों की सुविधाओं के लिये पर्याप्त व्यवस्था की गई है।

जलझूलनी मेले की जोरदार तैयारियां

मण्डफिया । प्रमुख तीर्थ स्थल भगवान श्री सांवलियाजी सेठ की ओर से आयोजित होने वाले जलझूलनी मेले की तैयारियां जोर-शोर से जारी है सांवलिया जी मंदिर बोर्ड चेयर मेन कन्हैयालाल वैष्णव ने गोकुल विश्रांति ग्रह में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में पत्रकारों को बताया कि मेले के अवसर पर दर्शनाथियों के लिये स्थानीय धर्मशाला, स्कूलों एवं चिकारडा एवं भादसोडा चौराहे पर स्थित विश्रांति ग्रहों में आवास की व्यवस्था की गई है। वैष्णव ने बताया कि मेले में यात्रियों को शुद्ध पेयजल के लिए जगह-जगह वाटर कूलर एवं प्याउ लगाई गई है। इसी प्रकार आवागमन हेतू चित्तौडग़ढ़ एवं उदयपुर आगार को २५ अतिरिक्त बसें लगाने बाबत निर्देशित किया गया। वैष्णव ने बताया कि मेले में गन्दगी नहीं फेले इसके लिये जगह-जगह कचरा पात्र लगाये जाएगे। इसी प्रकार सफाई व्यवस्था के लिये टोलियां गठित की गई। जो मण्डफिया कस्बे में घूमकर साफ सफाई करेंगे। मेले में मुख्य रूप से जोर पार्किंग व्यवस्था पर दिया गया जिसमें निजी बसें, रोडवेज बसों एवं हल्के वाहनों हेतु अलग पार्किंग व्यवस्था की गई। मेले में यात्रियों को भरपेट भोजन मात्र १० रूपये में मिलेगा। मेले में २४ घण्टे मेडिकल टीम मय दवाईयों के साथ तैेनात रहेगी। मंदिर चेयरमेन कन्हैयालाल वैष्णव ने बताया कि इस भव्य एकादशी मेले में लगभग ५० लाख रूपये खर्च होने का अनुमान है।

आयोजन के बिचौलियों को हाथ लगी निराशा

चित्तौडग़ढ़, २५ अग. (प्रासं)। जिले के सांवलियाजी कस्बें में आगामी ३० अगस्त से प्रारम्भ होने वाले जल झुलनी एकादशी मेले के दौरान आयोजित होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों के लिए अपनी जेबे गर्म करने वाले बिचोलियों को इस वर्ष निराशा हाथ लगी।
सांवलियाजी में आगामी ३० अगस्त से एक सितम्बर तक जल झुलनी एकादशी का विशाल मेला आयोजित किया जा रहा है। मेले के दौरान अखिल भारतीय कवि सम्मेलन, आर्केस्ट्रा कार्यक्रम, भजन संध्या समेत अन्य कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। प्रति वर्ष आयोजित होने वाले इस मेले के प्रारम्भ होने से कुछ समय पूर्व ही कई ऐसे बिचोलिए इन आयोजनों को आयोजित करवाने के लिए सक्रिय हो जाते थे।
इस वर्ष आयोजित किए जाने वाले कवि सम्मेलन एवं अन्य आयोजनों के लिए बिना किसी बिचोलियों का सहारा लिए श्री सांवलिया मन्दिर मण्डल के मुख्य निष्पादन अधिकारी एवं अपर कलेक्टर सुरेन्द्र माहेश्वरी ने अनूठा तरीका अपनाया। उन्होने इसके लिए विभिन्न वेब साईट का सहारा ले कर विभिन्न कवियों, रंगारंग कार्यक्रम आयोजित करने वाले कलाकारों आदि के बारे में जानकारी प्राप्त कर सीधा उनसे सम्पर्क कर पारिश्रमिक के बारे में जानकारी प्राप्त की। इसी आधार पर कई कवियों आदि को मेले के लिए आमत्रित किया गया। इस अनूठी पहल की वजह से मन्दिर मण्डल का काफी पैसा बच गया।

सांवलियाजी में जलझूलनी एकादशी मेला ३० से

कवि सम्मेलन, भजन संध्या व रंगारंग कार्यक्रम होंगे
मण्डफिया़, २४ अग. (प्रासं)। राजस्थान के प्रमुख तीर्थ स्थल भगवान श्री सांवलिया सेठ का जल झूलनी एकादशी पर्व का त्रिदिवसीय विशाल मेला आगामी ३० अगस्त से एक सितम्बर तक आयोजित किया जा रहा है सांवलियाजी मंदिर मंडल के प्रशासनिक अधिकारी भगवानलाल चतुर्वेदी ने बताया कि
तीन दिवसीय इस मेले में अनेक रंगारंग कार्यक्रम के साथ कवि सम्मेलन भी आयोजित किया जाएगा। मेले के प्रथम दिन ३० अगस्त को भगवान श्री सांवलिया सेठ की विशाल शोभायात्रा के साथ मेले का श्री गणेश होगा। मेले में प्रथम दिन रात्रि में अखिल भारतीय विराट कवि सम्मेलन आयोजित होगा, जिसमें देश के जाने माने कवि अपनी रचना प्रस्तुत करेंगे। इसी दिन आर्केस्ट्रा कार्यक्रम एंव भजन संध्या विभिन्न स्थानों पर आयोजित होंगे।
मुख्य मेला ३१ अगस्त एकादशी को आयोजित होगा, जिसमे दोपहर १२ बजे भगवान की रथ यात्रा निकलेगी जो मुख्य मार्गे से गुजरती हुई सरोवर पहुंचेगी, जहां भगवान श्री सांवलियाजी की छविगृह प्रतिमा का स्नान कर पुन: मन्दिर प्रांगण पहुंच, यहां रात्रि में जयपुर पूॢणमा फायर वक्र्स द्वारा रंग बिरंगी आतिशबाजी होगी। इसी दिन आर्केस्ट्रा कार्यक्रम एवं भजन संध्या में राजेश वारले म्यूजिकल उज्जैन एवं सोनाली ङ्क्षसह भाग लेंगी। मेले का समापन एक सितम्बर को विकलांगो को नि:शुल्क ट्राई साईकिलों एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रसिद्ध भजन गायक टंविकल एवं डाईनोमिक इवेंट इन्दौर भाग लेंगे।
मेले की तैयारियों जोर शोर से चल रही है, इससे पूर्व ३१ अगस्त को विख्यात भजन गायक नेहा, सोनू कक्कड़ एवं फिल्मी गायक अभिजीत घौषाल द्वारा रेफरल चिकित्सालय प्रांगण में रंगारंग कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।

रामरसोड़े का समापन

मण्डफिया, १८ अग. (प्रासं)। भेरूनाथ मंदिर चित्तौडग़ढ़ में सवा महीने चले रामरसोड़े का समापन मंगलवार को मण्डफिया में सांवलियाजी मंदिर प्रांगण में हुआ। इस मौके पर भव्य प्रसादी के आयोजन में सैंकड़ों सांवलिया भक्तों ने भोजन ग्रहण किया। इससे पूर्व भेरूनाथ मंदिर के संचालक बद्रीलाल सुथार के नेतृत्व में मंदिर पुजारी सत्यनारायण वैष्णव, मुरलीधर सुखवाल, मुकेश कुमार छाजेड़, शंभूगिरी गोस्वामी सहित बड़ी संख्या में सांवलियाजी भक्तों ने चित्तौडग़ढ़ से पैदल आकर भगवान के दर्शन किए।

सांवलिया मंदिर में श्रद्धालुओं का तांता

मण्डफिया, १८ अग. (प्रासं)। प्रमुख तीर्थस्थल भगवान सांवलियाजी मंदिर में इन दिनों यात्रियों का तांता लगा हुआ है। प्रशासनिक अधिकारी भगवानलाल चतुर्वेदी ने बताया कि भारी भीड़ को देखते हुए मंदिर की ओर से पर्याप्त व्यवस्था की गई है वही सभी यात्रियों को पंक्तिबद्ध क्रम से दर्शन कराए गए। मण्डफिया कस्बे में यात्रियों की भीड़ मंदिर प्रांगण-धर्मशालाओं में एवं निजी गेस्ट हाउस में भी देखी गई।

जलझूलनी मेले के लिए भूमि का संकट!


मण्डफिया। श्रीसांवलियाजी मन्दिर विस्तार योजना के दूसरे चरण की भूमि अवाप्ति की कार्रवाई मंद गति से चलने एवं इस वर्ष मन्दिर का 'कोरिडोर' निर्माणाधीन होने से मेला स्थल की भूमि कम पडने से श्रद्धालुओं को परेशानी हो सकती है। मन्दिर में पिछले एक दशक से जिस गति से श्रद्धालुओं की आवक बढ रही है।

उसी के अनुरूप मन्दिर प्रशासन भूमि अवाप्त कर रहा है। प्रथम चरण में अवाप्त की गई भूमि पर पिछले आठ-दस वर्षो से मेले के सांस्कृतिक कार्यक्रम व आतिशबाजी होती रही है। लेकिन इस वर्ष इस खाली भूमि पर मन्दिर प्रशासन ने कोरिडोर का निर्माण शुरू कर दिया। इससे अब मेला स्थल के लिए पर्याप्त भूमि का अभाव हो गया है।


अवार्ड जारी नहीं हुआ
मन्दिर प्रशासन ने मन्दिर विस्तार एवं मेला स्थल विकसित करने के लिए दो वर्ष पूर्व सौ बीघा से ज्यादा भूमि अवाप्ति की कार्रवाई शुरू की थी। प्रशासन ने सभी प्रक्रिया पूरी कर दी, इसके बावजूद भी अवार्ड आज तक जारी नहीं हो पाया है। जबकि यह प्रक्रिया छह माह पूर्व ही पूरी हो जानी थी। यदि अवार्ड जारी करने की प्रक्रिया समय पर पूरी हो जाती तो मेला इस अवाप्त शुदा भूमि पर आयोजित हो सकता था।


दो किलोमीटर दूर होते हैं सांस्कृतिक कार्यक्रम
सांवलियाजी मन्दिर मण्डल के पास मेले में होने वाले कवि सम्मेलन व भजन संध्या के लिए दो लाख लोगों के बैठने की क्षमता वाले स्थान की कमी होने से दोनों ही कार्यक्रम मंदिर परिसर से करीब दो किलोमीटर दूर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र परिसर में आयोजित होते हैं।


सत्ता परिवर्तन का प्रभाव
मन्दिर प्रशासन द्वारा अवाप्त की जाने वाली भूमि की अवाप्ति की दूसरी चरण की कार्रवाई मे सत्ता परिवर्तन का प्रभाव नजर आया। जो लोग भूमि अवाप्ति की कार्रवाई को पहले भेदभाव पूर्ण बता रहे थे, वहीं लोग आज सत्ता में आकर अवाप्ति की पूरी कार्रवाई को स्थगित कराने के उ“ा स्तरीय प्रयास में जुटे हुए है।

यह सही है कि कोरिडोर निर्माण के बाद मेला स्थल के लिए भूमि अपर्याप्त होगी। मेला स्थल, पार्किग व धर्मशाला निर्माण के लिए जमीन अवाप्त करना प्रस्तावित है। इस सम्बन्ध में भूमि अर्जन अधिकारी व निम्बाहेडा उपखण्ड अधिकारी मेले के बाद अवार्ड जारी करेंगे।'
-कन्हैयादास वैष्णव अध्यक्ष, मन्दिर मण्डल मण्डफिया

Sri saanwariya seth

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Sri sanwalia ji
sri sanwalia seth (1)



Sri sanwara seth

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सांवलिया धाम में उमडी 'श्रद्धा'

21 अगस्त 2009, 23:18 hrs IST
मण्डफिया। प्रख्यात कृष्णधाम सांवलियाजी मंदिर के दो दिवसीय भादवी अमावस्या के मेले में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड पडा। जन्माष्टमी से अब तक करीब दस लाख से ज्यादा श्रद्धालु भगवान के दर्शन कर चुके हैं।

भादवी अमावस्या के मेले में चतुर्दशी से ही श्रद्धालुओं की भीड उमड पडी। बुधवार प्रात: पांच बजे से ही श्रद्धालुओं की कतारें लगना आरम्भ हो गई। प्रात: साढे ग्यारह बजे राजभोग आरती के बाद मंदिर मण्डल के मुख्य निष्पादन अधिकारी सुरेन्द्र माहेश्वरी, मंदिर मण्डल अध्यक्ष कन्हैयादास वैष्णव, मंदिर मण्डल के सदस्यों एवं कर्मचारियों की उपस्थिति में भण्डार खोला गया। रात करीब दस बजे तक नोटों की गिनती चलती रही।

गुरूवार को मंगला आरती में श्रद्धालुओं की भीड लग गई। प्रात: साढे दस बजे तक दर्शन के लिए मंदिर के बाहर दो-तीन किलोमीटर लम्बी श्रद्धालुओं की कतारें लग गई। यहां किसी भी धर्मशाला में श्रद्धालुओं को रूकने के लिए जगह नहीं मिली। यहां तक सांवलियाजी बस स्टैण्ड पर भी भीड लग गई। वाहनों की भी लम्बी-लम्बी कतारें लग गई तथा बसों को बस स्टैण्ड पर ही रोक लिया गया। मंदिर में दर्शन के लिए बेरिकेट्स लगाए हैं, जिससे श्रद्धालु दो कतारों में दर्शन के लिए प्रवेश कर रहे हैं।

लगाया जाप्ता, रोके वाहन
भादवी अमावस्या के मेले पर यहां पुलिस लाइन चित्तौडगढ तथा आसपास के थानों से अतिरिक्त पुलिसकर्मी तथा महिला कांस्टेबल तैनात किए है। यातायात व्यवस्था को देखते हुए एक एएसआई तथा कांस्टेबल को नियुक्त किया है, जो दुपहिया वाहनों को मंदिर सीमा से बाहर ही रोक रहे हैं।

गोकुलमय सांवलिया धाम

मण्डफिया। जन्माष्टमी पर्व प्रख्यात कृष्ण धाम सांवलियाजी मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड उमड पडी। जयकारे लगाते आ रहे श्रद्धालुओं के जत्थों से पूरा माहौल गोकुलमय बन गया। सुबह सवा दस बजे राजभोग आरती तक तो यह कतारें दो-तीन किलोमीटर दूर तक चली गई। दिन उगने के साथ श्रद्धालुओं की भीड भी बढती गई।

मंदिर के गर्भ गृह तथा मुख्य मंदिर में गुलाब के फूलों की सजावट की गई। कस्बे में शुक्रवार को बजरंग व्यायामशाला उज्जैन के पहलवानों ने अखाडा प्रदर्शन कर मटकियां फोडी। कस्बे में दोपहर बारह बजे से जुलूस निकाला, जो विभिन्न मार्गो से होते हुए सांवलियाजी मंदिर पर समाप्त हुआ। मार्ग में अखाडा के पहलवान ढोल नंगाडों की थाप पर अखाडा प्रदर्शन करते हुए चल रहे हैं।

चित्तौडगढ। क्षेत्र में जन्माष्टमी पर्व परम्परा एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। मंदिरों में विशेष सजावट की तथा दर्शनार्थ श्रद्धालुओं की भीड उमड पडी। मंदिरों में विद्युत चलित झांकियां सजाई गई तथा भजन संध्याओं का आयोजन किया गया। रात्रि में विशेष आरती के बाद पंजेरी का प्रसाद वितरित किया गया।

जन्माष्टमी पर शहर में माहौल कृष्णमय बना रहा। शहर में पावटा चौक स्थित सब्जी मण्डी में विद्युत चलित झांकियां सजाई गई। झांकियां देखने के लिए शहर सहित आसपास के लोगों की भीड उमड पडी। विद्युत सजावट से सब्जी मण्डी का क्षेत्र रोशनी से नहा उठा। लोगों की भीड को देखते हुए यहां विशेष सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम किए गए। दुपहिया वाहनों को गोल प्याऊ के यहीं रोक लिया गया। सब्जी मण्डी क्षेत्र में मेले जैसा माहौल बन गया था।

सब्जी मण्डी में भगवान कृष्ण जन्म, बाल लीला, बकासुर वध, रासलीला, कृष्ण-सुदामा आदि की विद्युत चलित झांकियां सभी को आकर्षित कर रही थी। वहीं शहर के विभिन्न मंदिरों तथा मोहल्लों में भी झांकियां सजाई गई। अर्द्ध रात्रि बाद भगवान कृष्ण की विशेष आरती कर पंजेरी का प्रसाद चढाया गया। निकटवर्ती ओछडी गांव में चारभुजा मंदिर पर विद्युत सजावट की गई। गुरूवार रात रात्रि में आठ बजे से भजन संध्या का आयोजन किया।

आदर्श विद्यालय निकेतन माध्यमिक विद्यालय में जन्माष्टमी पर्व पर कृष्ण बनों प्रतियोगिता, कृष्ण भजन संध्या तथा भगवान कृष्ण की झांकियां सजाई गई। भीलवाडा मार्ग स्थित गोपाल गोशाला में जन्माष्टमी पर्व ब्रज गोपिका सेवा मिशन की ओर से धूमधाम से मनाया गया। प्रात: सात से ग्यारह बजे तक विशेष संकीर्तन, आध्यात्मिक प्रश्नोत्तर भोग आरती का आयोजन हुआ। गोशाला में ही 11 बजे से भजन संध्या का अयोजन हुआ, जिसमें मधु त्रिलोक छाबडा, तेजस्विता छाबडा, जगदीश वैष्णव तथा जगदीश बैरागी आदि ने भजनों की प्रस्तुति दी। भगवान कृष्ण की मनमोहक झांकी एवं झूला भी सजाया गया।

किया रक्तदान

श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर्व पर अहीर समाज ने शुक्रवार को सांवलियाजी चिकित्सालय में 54 युवाओं ने रक्तदान किया। प्रादेशिक परिवहन अघिकारी सत्यवीरसिंह यादव ने रक्तदान कर शिविर का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर पूर्व नरगपालिकाध्यक्ष नीरूदेवी अहीर, छात्रावास कमेटी के किशनलाल अहीर, माधव अडाणा, नारायणलाल, देवीलाल, घनश्याम अहीर, उदयलाल फाचर, घटा क्षेत्र के उंकारलाल, नारायणलाल, अम्बालाल, सहित कई लोगों ने सांवलियाजी चिकित्सालय में भी भगवान कृष्ण की पूजा की।

इमली वाले बावजी

सांवलिया सेठ मन्दिर प्रांगण के उत्तर - पश्चिम भाग में एक गोल चबूतरा निर्मित हें , जिसके केन्द्र में इमली का पेड़ लगा हुआ हें | वही दक्षिण की ओर मुंह किए लगभग 1x1 फीट की काले पत्थर की प्रतिमा प्रतिष्ठित हें | पीढी दर पीढी सेवा करते आए पुजारियों से ज्ञात हुआ हें की उन्हें ' इमली वाले बावजी ' के नाम से जाना जाता हें | उक्त मूर्ति की स्थापना प्रभु सांवलिया जी के साथ ही हुई थी | सदेव धार्मिक आयोजनों में मुख्य मन्दिर की पूजा - अर्चना से पूर्व अत्यन्त चमत्कारी ' इमली वाले बावजी ' का पूजन होता हें एवं पुजारी परिवार अपने - अपने क्रमानुसार (ओसरा ) सांवलिया सेठ के साथ - साथ इनकी भी तन मन से सेवा करते हें |

लेखक
(अमृत 'वाणी')

संवारा सेठ चालीसा पेज क्रमांक 59 से लिया गया हे |

जयकारों से गूंजा सांवलिया सेठ का दरबार

मण्डफिया, १६ अग. (प्रासं)। प्रमुख तीर्थ स्थल भगवान श्री सांवलियाजी सेठ के दरबार में जन्माष्टमी पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस मौके पर दूर दराज से आए हजारों लोगों ने भगवान के दर्शन किये। रात्रि १२ बजे भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव के दौरान ''हाथी घोड़ा पालकी, जय कन्हैया लाल की'' गूंज से सर्वत्र वातावरण गूंज उठा।
इस अवसर पर सांवलियाजी भक्त ओमप्रकाश काबरा की ओर से एक क्विंटल ५० किलो की शुद्ध घी की पंजेरी एवं ५१ किलो मावा पिस्ता युक्त केक का भोग भगवान श्री सांवलिया सेठ को धराया गया।
इधर श्री सांवलियाजी मन्दिर की ओर से सवा क्विंटल सौंठ, धनिया मेवा युक्त पंजेरी का भोग धराया गया। रात्रि एक बजे सभी भक्तों को प्रसाद वितरण किया गया। इससे पूर्व रात्रि ८ बजे मन्दिर प्रांगण में विशाल भजन संध्या का आयोजन हुआ, जिसमें टी.वी. कलाकार गणेश श्रीवास्तव, विमल जैन एवं विनोद राठौर एण्ड पार्टी द्वारा कृष्ण पर आधारित कई भजनों की प्रस्तुतियां दी।
मंदिर की ओर से प्रशासनिक अधिकारी भगवान लाल चतुर्वेदी, सहायक लेखाधिकारी किशनलाल शर्मा, कैशियर नन्दकिशोर टेलर व्यवस्था में उपस्थित थे। थाना अधिकारी मिट्ठुलाल मेघवाल, दुर्गाप्रसाद मय जाप्ता तैनात थे।
इधर राष्ट्रीय महिला आयोग अध्यक्षा एवं चित्तौडग़ढ़ सांसद गिरिजा व्यास ने शनिवार को सांवलिया सेठ के दरबार में आकर शीश नवाया। वहीं चित्तौडग़ढ़ जिला कलेक्टर डॉ. समित शर्मा ने भी जन्माष्टमी पर प्रभु दर्शन किए।

जन्माष्टमी पर सजी झांकियां



चित्तौडग़ढ़, १४ अग. (प्रासं)। चित्तौडग़ढ़ नगर एवं जिले भर में शुक्रवार को जन्माष्टमी का पर्व हर्षोल्लासपूर्वक मनाया गया।
चित्तौडग़ढ़ के शहरी एवं उप नगरीय क्षेत्रों में स्थित विभिन्न मंदिरों एवं अन्य स्थानों पर श्रीकृष्ण के जीवन से संबंधित कई झांकिया सजाई गई एवं आकर्षक विधुत सजावट के साथ ही कुछ स्थानों पर फूलों से की गई सजावट देखते ही बन पा रही थी। नगर के उप नगरीय क्षेत्र चन्देरिया में स्थित संकट मोचन हनुमान मन्दिर में आकर्षक सजावट के साथ ही झांकियो ं का देखने के लिए नगरवासी उमड़ पड़े।
इसी तरह शहरी क्षेत्र में मुख्य सब्जी मंडी में रोगानी परिवार की ओर से गत वर्षे की तरह इस वर्ष भी आकर्षक स्वचलित झांकिया मध्यप्रदेश के कारीगरों द्वारा तैयार की गई। इन झांकियों को देखने के लिए सायं ६.३० बजे से ही लोगो के कतार में लगना शुरु हो गया। इस दौरान महिलाओं एवं पुरुषों के लिए अलग अलग बेरिकेङ्क्षटग की व्यवस्था भी की गई। यहां सजाई गई झांकियों में तुला दान, मोर के श्याम, अगासुर वध, महाकाली का विराट रुप आदि मुख्य रुप से शामिल थी। रात्रि करीब आठ बजे बाद लोगो की काफी अधिक भीड़ उमड़ने की वजह से पुलिस को काफी अधिक मशक्कत करनी पड़ी एवं इस मार्ग पर वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से रोक दी गई।
इसी तरह मीरा मंच के समीप मून्दड़ा जी की बगीची में भी आकर्षक झांकिया सजाई गई। विशेष तौर पर फूलों की आकर्षक सजावट के बीच श्री कृष्ण को झूले में बिराजने की झांकी आकॢषत करने वाली रही। शहरी क्षेत्र में त्रिपोलिया हनुमान मन्दिर के साथ ही विवेकानन्द पार्क, हाथी कुण्ड स्थित श्रीनाथ जी की हवेली, मीठाराम जी का खेड़ा स्थित श्री सांवलिया सेठ मन्दिर, पावटा चौक स्थित बिछावट मन्दिर, शात्रीनगर में अधिवक्ता एल.एल. पोखरना के निवास के समीप, प्रतापनगर में सत्यनारायण मन्दिर, रेल्वे स्टेशन, सेंती के साथ ही अन्य स्थानों पर आकर्षक झांकिया सजाने के साथ ही भजन संध्या, महाआरती, प्रसाद वितरण आदि कार्यक्रम आयोजित किए गए, जहां कि देर रात्रि तक श्रद्धाह्नलओं का तांता लगा रहा।
श्री कालिका ज्ञान केन्द्र समिति द्वारा संचालित श्री कालिका ज्ञान केन्द्र माध्यमिक विद्यालय प्रतापनगर में विभिन्न कार्यक्रम एवं प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। अद्र्ध रात्रि पश्चात जगह जगह कृष्ण जन्मोत्सव आयोजित प्रसाद का वितरण किया गया।

सांवलिया जी दरबार में भागवत कथा का आयोजन

मण्डफिया, १४ जुलाई (प्रासं)। क्षेत्र के प्रमुख तीर्थस्थल भगवान सांवलिया जी के दरबार में श्रावण मास सके उपलक्ष्य में विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान के साथ भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है।
सावलियां दरबार में चल रहे धार्मिक अनुष्ठानों व धार्मिक कार्यों का मंदिर अध्यक्ष कन्हैयालाल वैष्णव, बोर्ड सदस्य सत्यनारायण शर्मा, प्रशासनिक अधिकारी भगवान लाल चतुर्वेदी, सहायक लेखाधिकारी किशन लाल शर्मा सहित अन्य जनों में जायजा लिया । इस मौके पर बाहर के आने वाले श्रद्धालुओं सहित गांव के लोगों का तांता लगा रहा।

श्री सांवलिया जी मंदीर की चक्का चोंद

श्री सांवलिया जी मंदीर की चक्का चोंद

भक्तों की सांवलियाजी पदयात्रा प्रारंभ

चित्तौडग़ढ़, १९ जुलाई (प्रासं)। सावन मास की शुरुआत के साथ ही दूरदराज क्षेत्रो से भक्तजनों के सांवलियाजी पहुंचने का सिलसिला प्रारम्भ हो गया है।
सावन मास की शुरुआत के साथ ही बड़ी संख्या में भक्तजन पद यात्रा करते हुए सांवलियाजी पहुंच रहे है। इन पद यात्रियों के अल्पाहार, भोजन आदि की नि:शुल्क व्यवस्था भी बीच मार्ग में जहां तहां की गई है। ऐसे कई पद यात्रियों का जत्था बिजोलिया से चित्तौडग़ढ़ पहुंचा। ढोल नगाड़ो के साथ पहुंचे इन पद यात्रियों में कई महिलाएं भी शामिल थी। यह सभी बाद में सांवलियाजी के लिए प्रस्थान कर गए।

सांवलियाजी को चढ़ेगा १ क्विं. पंजरी का प्रसाद

मण्डफिया। राजस्थान के प्रमुख तीर्थ स्थल भगवान श्री सांवलियाजी सेठ के दरबार में आगामी १४ अगस्त को भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाया जायेगा। सांवलियाजी भक्त काबरा कार बाजार उदयपुर के मालिक ओमप्रकाश काबरा द्वारा भव्य भजन संध्या का आयोजन होगा। जिसमें टी.वी. कलाकार गणेश श्रीवास्तव (देहरादून), विमल जैन (अजमेर) एवं विनोद राठौर एण्ड पार्टी द्वारा श्रीकृष्ण पर आधारित भजनों की प्रस्तुति होगी।
http://www.khabarexpress.in/Images/svjhoola_full.jpg
काबरा ने बताया कि जन्माष्टमी पर भगवान श्री सांवलिया सेठ को हीरे रत्न जडि़त पौशाक धारण कराई जायेगी व उसी दिन रात्रि में भजन संध्या आयोजित होगी। १०० किलो पंजरी का प्रसाद एवं ५१ किलो मावा-पिस्ता युक्त केक का भोग भगवान को धराया जायेगा।https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgz-Cc0oS33nKcYxo7FykTJYY6hQYDRnaBXxGitotIG3n1PgYyErIr5w28OkDM0QSBhcDeZsdwxlDhxZp9Jjg4Pp-JCH6I1VAlEfZ2IZG6Guj7VhIqsq-Df_CidVTDRwmYLnhLZ9ymqTYPA/s200/panjiri.jpg
नि:शुल्क चिकित्सा परामर्श शिविर का आयोजन मन्दिर प्रांगण में १३ अगस्त को होगा। सोसरबाई काबरा की स्मृति में आयोजित होने वाले चिकित्सा शिविर में उदयपुर एवं भीलवाड़ा के विभिन्न रोग विशेषज्ञ भाग लेंगे। शिविर आयोजक ओमप्रकाश काबरा ने बताया कि शिविर १३ अगस्त को सुबह ९.३० बजे से दोपहर २.३० बजे तक आयोजित होगा।

सांवलिया जी दरबार में भागवत कथा का आयोजन

मण्डफिया, १४ जुलाई (प्रासं)। क्षेत्र के प्रमुख तीर्थस्थल भगवान सांवलिया जी के दरबार में श्रावण मास सके उपलक्ष्य में विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान के साथ भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है।
सावलियां दरबार में चल रहे धार्मिक अनुष्ठानों व धार्मिक कार्यों का मंदिर अध्यक्ष कन्हैयालाल वैष्णव, बोर्ड सदस्य सत्यनारायण शर्मा, प्रशासनिक अधिकारी भगवान लाल चतुर्वेदी, सहायक लेखाधिकारी किशन लाल शर्मा सहित अन्य जनों में जायजा लिया । इस मौके पर बाहर के आने वाले श्रद्धालुओं सहित गांव के लोगों का तांता लगा रहा।

श्री सांवलिया जी


श्री सांवलिया जी (Sri sanwalia ji manfia )

चौखट पर झुके हजारों शीश



Thursday 23 Jul, 2009 02:09

। मण्डफिया स्थित सांवलिया सेठ के मन्दिर में हरियाली अमावस पर हजारों श्रद्धालु शीश नवाने पहुंचे। प्रात: सूर्यग्रहण समाप्त होने के बाद राजभोग आरती में हजारों श्रद्धालु यहां पँहुचने लगे। इस दौरान मन्दिर परिसर, यशोदा विहार धर्मशाला चौक व मन्दिर को जोड़ने वाली फोर-लेन पर भारी भीड़ रही। प्रात: 9:30 बजे दर्शन के लिए भगवान के कपाट खुले तो पुरा मन्दिर परिसर श्रृद्घालुओं के जयकारों से गूंज उठा। श्रृद्घालुओं की भारी भीड़ के बीच पन्द्रह मिनट की विशेष आरती हुई।

इस दौरान श्रद्धालुओं की कतारे मीरां सर्कल से आगे पहुंच गईं। यह क्रम देर रात तक जारी रहा। मेले में हजारों श्रृद्घालुओं की उपस्थिती के बावजूद किसी तरह की अप्रिय वारदात के समाचार नहीं है। यहां निम्बाहेडा के पुलिस उपाधीक्षक आशाराम चौधरी, भादसौड़ा थाना प्रभारी मिठूलाल मेघवाल, भदेसर थाना प्रभारी विरेन्द्रसिंह चारण, मंगलवाड थाना प्रभारी भरत कुमार व निकुम्भ थाना प्रभारी कमल मीणा सहित डेढ़ सौ से ज्यादा सुरक्षाकर्मि तैनात किए गए।

तीन स्थान पर पुलिसकर्मियों ने मचान बनाकर दूरबीन से निगरानी की। क्षेत्र के भादसौड़ा चौराहा स्थित प्राकटय स्थल मन्दिर आली स्थित शनिमहाराज मन्दिर व अमरपुरा स्थित धनेश्वर महादेव में भी हरियाली अमावस्या के एक दिवसीय मेले के अवसर पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रही।

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