श्रीसांवलियाजी प्राकट्य स्थल मंदिर पर कलश स्थापना एवं ध्वजारोहण कार्यक्रम के तहत हरिबोल प्रभात फेरियां व शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़े। शोभायात्रा में अखाड़ा प्रदर्शन तथा सांवलिया सेठ की आकर्षक झांकी सजाई गई।
शोभायात्रा शनिवार सुबह नौ बजे प्राकट्य स्थल मंदिर से शुरू हुई। करीब एक किलोमीटर लंबी शोभायात्रा में करीब सवा सौ गांवों की प्रभात फेरियों ने भाग लिया। महिलाएं सिर पर जल कलश लिए हुए चल रहीं थीं वहीं ऊंट घोड़े तथा बैंड बाजा, बेवाण शोभा बढ़ा रहे थे। शोभायात्रा में सांवलिया सेठ की विशेष झांकी में स्वर्णजडि़त कलश रखा हुआ था। बजरंग दल के कार्यकर्ता अखाड़ा प्रदर्शन में हैरतअंगेज कारनामे प्रदर्शित कर रहे थे। शोभायात्रा का जगह जगह पुष्पवर्षा एवं जलपान करवा स्वागत किया गया। शोभायात्रा के कार्यक्रम स्थल पहुंचने के बाद महंत चेतनदास महाराज के प्रवचन हुए। इस अवसर पर सामूहिक भोज का आयोजन कर प्रसाद वितरित किया गया।
आज के कार्यक्रम: रविवार को विष्णु यज्ञ, हवन एवं पूजन का कार्यक्रम होगा। रात को ब्रज के कलाकरों द्वारा रासलीला का मंचन किया जाएगा। हवन पूजन एवं दैनिक यज्ञ का आयोजन होगा।
कार्यक्रम में हुई लाखों की घोषणाएं
कार्यक्रम में सहयोग के लिए श्रद्घालुओं ने लाखों रुपए का सहयोग दिया। मंदिर कमेटी के अध्यक्ष मीठालाल मेहता की ओर साढ़े दस किलो तांबे का कलश, कलश पर सोना चढ़ाने के लिए कोटा के प्रशांत अग्रवाल ने सौ ग्राम सोना तथा सीकेएसबी चेयरमेन चंद्रभानसिंह ने पचास ग्राम सोना दिया। जबकि जयपुर के घनश्याम दुपड़ ने 25 हजार, निम्बाहेड़ा के मदन सोमानी ने 15 हजार तथा पुराभगत परिवार की ओर से 10 हजार रुपए की सहयोग राशि प्रदान करने की घोषणाएं की।
सांप्रदायिक सद्भाव का दिया परिचय
बोहरा एवं मुस्लिम समाज के लोगो ने भी पुष्पवर्षा एवं जलपान करवा सांप्रदायिक सदभाव एवं एकता का परिचय दिया। इस मौके पर अहसान मोहम्मद, जाकिर हुसैन, रज्जाक काजी, अशरफ मोहम्मद, राजूभाई, मुल्ला अब्बास अली, उपसरपंच यूसुफअली, अकबर अली बोहरा, मोईज बोहरा, जैनुद्घिन बोहरा मौजूद थे।
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