दर्शनों के लिए लगी रही भीड़
सांवलिया सेठ के दर्शनों के लिए सोमवार को दिनभर मंदिर परिसर में भीड़ रही। चित्तौडग़ढ़, भीलवाड़ा, कोटा, उदयपुर, मध्यप्रदेश, गुजरात समेत अन्य प्रदेशों के श्रद्घालुओं ने कतार में लग सांवलिया सेठ के दर्शन किए। श्रद्घालुओं ने मेला परिसर में लगी दुकानों से खरीददारी कर झूले, चकरी का भी जमकर लुत्फ उठाया।
श्रीसांवलियजी प्राकट्य स्थल मंदिर पर आयोजित कलश एवं ध्वजारोहण कार्यक्रम
भादसोड़ा & श्रीसांवलियाजी प्राकट्य स्थल मंदिर कमेटी के तत्वावधान में आयोजित पांच दिवसीय कलश एवं ध्वजारोहण कार्यक्रम के तहत सोमवार को 51 जोड़ों न विष्णु महायज्ञ में आहुतियां दीं। यज्ञ का आयोजन दो पारियों में हुआ। यजमानों द्वारा सांवलिया सेठ के जयकारों से माहौल भक्तिमय हो गया।
महायज्ञ में सभी के मंगलमय जीवन की कामना करते हुए रुद्रसूक्त, विष्णुसहस्त्र, महामृत्युंजय मंत्र, कर्मकांड के साथ- साथ प्रभावी प्रेरणा यज्ञ आचार्य पं. विश्वनाथ अमेटा ने दी। आमेटा ने बताया कि आज का समय इतिहास पढऩे का नहीं गढऩे का है। हनुमान, कृष्ण के ग्वाल, बाल व अुर्जन जैसा श्रेय और सम्मान पाने का अवसर है। उन्होंने सांवलियाजी की महिमा घर- घर पहुंचाने एवं उपासना के माध्यम से मानव के चिंतन और चरित्र को ऊंचा उठाने का आह्वïान किया। मंदिर कमेटी के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्य सचिव मिठालाल मेहता भी यजमान बन कर हवन में आहुतियां दी। इनके साथ सरपंच पूरणमल पूर्बिया, मंदिर कमेटी के उपाध्यक्ष गंगाराम जाट समेत 51 जोड़ो ने आहुतियां दीं। इस मौके पर मंदिर कमेटी के उपाध्यक्ष बाबूलाल ओझा, कोषाध्यक्ष अशोक अग्रवाल, प्रचारमंत्री रतनलाल जाट, शंकरसिंह, राजेन्द्र सौमानी मौजूद थे।
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