भजन संध्या व रंगारंग कार्यक्रमों में जमे रहे लोग

मण्डफिया, १ सित. (प्रासं)। राजस्थान के प्रमुख तीर्थ स्थल भगवान श्री सांवलियाजी सेठ के त्रिदिवसीय एकादशी मेेले के दूसरे दिन सोमवार रात्रि को मुख्य मेले के आगाज के साथ अनेक सांस्कृतिक मनोरंजन एवं भजन संध्या रातभर जारी रहे। करीब दो लाख श्रद्धालु जन इन्हीं कार्यक्रमों में रात भर डटे रहे। इस मौके पर विशाल भजन संध्या रेफरल चिकित्सालय मंच पर आयोजित हुई ।
रात्रि ११ बजे विधायक राजेन्द्र सिंह विदुडी के मुख्य अतिथ्य एवं विधायक शंकर लाल बैरवा की अध्यक्षता में मां सरस्वती एवं सांवरिया सेठ की प्रतिमा पर दीप प्रज्जवलन के साथ भजन संध्या का शुभारंभ हुआ। इस मौके पर मंदिर चेयरमेन कन्हैयालाल वैष्णव, मुख्यकार्यपालक अधिकारी सुरेन्द्र माहेश्वरी एवं सरपंच हजारी दास वैष्णव ने अतिथियों का माल्यार्पण कर स्वागत किया। प्रख्यात पाश्र्वगायक नेहा सोनू कक्कड़ एवं अभिजित घोषाल की भजन संध्या प्रारंभ हुई जिसमें पूजा राठौड़ एवं रोमी राजेश द्वारा -दिवाना राधा का, अरे मेरी जान है राधा, तेरे पर कुर्बान है राधा' सुनाया तो श्रोता भी साथ साथ झूमने लगे और गाने लगे। अभिजित घोषाल ने फिल्म फना का गीत चांद की सिफारिश एवं गेंगेस्टर का गीत सुनाया तो श्रोता भी साथ साथ गाने लगे। सोनू कक्कड़ ने बाबू जी जरा धीरे चलो और ओ मेरे सैंया सरवर पी गये' गायिका एश्वर्या ने 'कान में झुमका कमर में झूमका मेरी पतली कमर में लटके' सुनाया तो लोगों ने नकार दिया। नेहा कक्कड़ ने हो वंृद्धावन में बोले राधे-राधे सुनाया तो श्रोताओं की तालियों की गडगडाहट से पांडाल गूंज उठा। अभिजित घोषाल ने पुन: मंच पर आते हुए 'हरे राम हरे कृष्णा, सुनाया। बाद में एक फिल्मी डिस्को गाना, गाने लगा तो दर्शकों ने उठ खडे होकर उसको जाने को कहा। उसके बाद सोनू कक्कड़ ने 'कभी राम बनके कभी श्याम बनके चले आना' व 'लाल लंगोटो में वारी जाउं बालाजी ' और एक फिल्मी गीत नो एक्ट्री' कोईजान से गया।एवं कन्या भू्रण हत्या के खिलाफ एक संक्षिप्त गीत सुनाया । इसके बाद कुछ कलाकार आये लेकिन श्रोताओं ने नकार दिया । इसी प्रकार राउप्रावि मंच पर रामलीला एवं गोवर्धन दर्जन बस स्टेण्ड पर न्यू राजस्थानी आर्केस्ट्रा भजन संध्या एवं मंदिर मंच पर अल्फा ग्रुप नीमच द्वारा भजन संध्या का कार्यक्रम रातरात भर चला। मेले की व्यवस्था में मंदिर क ेप्रशासनिक अधिकारी भगवानलाल चतुर्वेदी सहित कई पुलिस के आलाअफसर मय जाप्ते क ेसाथ तैनात थे। इस मौके पर गांव के स्वयं सेवक एवं मंदिर कर्मचारी भी विभिन्नमेले खाद्य सामग्री के जांच के अभाव में मेले में घटिया सामग्री एवं सड़े गले फल फ्रुट खुब बिके।

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