७३ जोड़े परिणय सूत्र में बंधे

चित्तौडग़ढ़, २७ अप्रेल (प्रासं)। मेवाड़ा क्षत्रिय कुमावत युवा सेवा संस्थान के तत्वाधान में यहां आयोजित सामूहिक विवाह सम्मेलन के दौरान एक साथ २७ जोड़े परिणय सूत्र में बंध गए, जबकि जिले भर में सोमवार को आखा तीज पर अलग अलग समाजों की ओर से आयोजित सम्मेलन के दौरान ७३ जोड़े परिणय सूत्र में बंध गए।
जिले के सांवलियाजी कस्बे में प्रजापत समाज के ३३ जोड़े परिणय सूत्र में बंध गए। समाज के प्रदेशाध्यक्ष भंवरलाल पोटर के मुख्य आतिथ्य में आयोजित इस सम्मेलन को ले कर दिन भर सांवलियाजी में चहल पहल बनी रही। इसी तरह सांवलियाजी में ही अखिल भारतीय पालीवाल समाज के १२ जोड़े परिणय सूत्र में बंधे।
जिला मुख्यालय पर मेवाड़ा क्षत्रिय कुमावत युवा सेवा संस्थान के तत्वाधान में २७ जोड़ो का सामूहिक विवाह एवं तुलसी विवाह का आयोजन किया गया। आयोजन के तहत बैण्ड बाजो के साथ विशाल गंगाजल कलश यात्रा एवं सामूहिक वर वधू बिन्दोली निकाली गई, जो कुमावतों का नोहरा से प्रारम्भ हो कर नगर के विभिन्न मार्गे से गुजरती हुई पुन: कुमावतों का नोहरा पहुंच सम्पन्न हो गई।
इस सामूहिक ङ्क्षबदोली में बड़ी संख्या में शामिल महिलाएं अपने सिर पर कलश लिए चल रही थी, जिसमें गंगाजल भरा हुआ था। ङ्क्षबदोली में वर एवं वधू के रिश्तेदार आदि नाचते एवं झूमते हुए चल रहे थे, जबकि अन्त में ६ ट्रेक्टर ट्रॉली में रखी कुॢसयों पर वर एवं वधू सवार थे, लेकिन भीषण गर्मी के कारण उनका हाल काफी अधिक बुरा था। बिन्दोली के नोहरा पहुंचने पर वहां सामूहिक तोरण एवं वरमाला की रस्म सम्पन्न हुई, तथा शुभ मुर्हत में सामूहिक फेरो के बाद सांय विदाई समारोह में सभी वधुओं को विदाई दी गई। आयोजन के दौरान सामूहिक विवाह समिति के अध्यक्ष जीतमल नाहर, राधेश्याम नाहर, लाभचंद खंडारिया, राजेन्द्र कुमार नाहर, भैंरुलाल लाड़ना आदि मौजूद थे।

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