चित्तौडग़ढ़, २८ जून (प्रासं)। सम्पूर्ण प्रदेश को हरा भरा बनाने के लिए प्रारंभ किए जा रहे हरित राजस्थान कार्यक्रम के तहत जिला कलेक्टर डॉ. समित शर्मा ने राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारन्टी स्कीम के तहत जिले में वर्षा काल में वृक्षारोपण एवं नर्सरी विकास हेतु ३९१७.४३ लाख की स्वीकृति ग्राम पंचायतों, सार्वजनिक निर्माण एवं वन विभाग को जारी की है ताकि जिले में ३५ लाख पौधे लगाने की कार्य योजना को एक जुलाई से मूर्तरूप दिया जा सकेगा।
जिला कलेक्टर ने अतिरिक्त कलेक्टर (प्रशासन) को जिले में हरित राजस्थान कार्यक्रम का नोडल अधिकारी नियुक्त कर उन्हैं निर्देशित किया है कि राजकीय विभागों, नगरपालिकाओं, स्वयंसेवी संस्थाओं एवं सामाजिक संगठनों, गैर राजकीय संस्थानों द्वारा आयोजित वन महोत्सव में भाग लेने वाले सभी गणमान्य नागरिकों से अपने अपने निवास एवं स्वेच्छानुसार कम से कम एक पौधा लगाने और उसकी देखभाल एवं सुरक्षा करने का संकल्प पत्र आवश्यक रूप से भरवाए जाएं। उन्होने कहा कि फलदार पौधों एवं भूमि की उर्वरकतानुसार छांयादार पौधे भी लगाए जाए।
जिला कलेक्टर डा. शर्मा ने वन मण्डल अधिकारी एवं उप वन संरक्षक वन्य जीव को कार्य योजना के अनुरूप सभी विभागों, नगरपालिकाओं एवं स्वयंसेवी संस्थाओं को पौधारोपण के आवंटित लक्ष्यानुरूप जुलाई माह में पौधारोपण कार्यक्रम प्रारंभ करने की रूपरेखा तैयार करने के निर्देश दिए है।
उन्होने चितौडग़ढ़ नगरपालिका के आयुक्त को निर्देशित किया कि एक से २० जुलाई के मध्यय वे नगर के प्रमुख मार्गो, सार्वजनिक स्थानों पर पौधारोपण करने के साथ ही २१ जुलाई से १० अगस्त तक पालिका के सभी वार्डो में पार्षदों से सम्पर्क कर प्रत्येक वार्ड की सड़कों एवं घरों में फलदार एवं छायादार पौधे लगाएं।
उन्होने अतिरिक्त कलेक्टर (प्रशासन) को मेवाड़ के प्रसिद्व कृष्णधाम मण्डफिया स्थित श्रीसांवलियाजी के मन्दिर परिसर को अक्षरधाम की तर्ज पर हरितिमा से आच्छादित करने एवं मण्डफिया से भादसोड़ा चौराहा तक तथा चिकारड़ा सड़क मार्ग पर दोनों और वृक्षारोपण की कार्य योजना को क्रियान्वित करने के भी निर्देश दिए।
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